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Wednesday, April 19, 2023

कमलनाथ के सामने कांग्रेसियों से भिड़े आदिवासी नेता


 बुरहानपुर। बुरहानपुर के नेपानगर में आज कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा गठित विधायक दल नेपानगर के रेस्ट हाउस में पहुंचा था। उसी दौरान आदिवासी संगठन की माधुरी बहन और स्थानीय कांग्रेस नेताओं में तीखी झड़प और नारेबाजी हुई। पुलिस की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ। दरअसल नेपानगर वन परिक्षेत्र में पुलिस द्वारा की गई बड़ी कार्रवाई में कहीं आदिवासियों पर जादती तो नहीं हुई इसकी जांच करने कांग्रेस का विधायक दल पहुंचा था।

बुरहानपुर के नेपानगर में काफी लंबे अरसे से जंगल की अवैध रूप से कटाई का मुद्दा छाया हुआ था। जो कि नेपानगर से लेकर भोपाल तक सर दर्द बना हुआ था। अतिक्रमणकारियों ने पिछले दिनों वन विभाग की बंदूके लूटने के साथ ही नेपानगर पुलिस थाने पर हमला कर अपने साथियों को छुड़ाकर भी ले गए थे। लेकिन उसके बाद बुरहानपुर एसपी राहुल कुमार लोढ़ा के नेतृत्व में नेपानगर वन परिक्षेत्र में हुए अवैध कटाई और कब्जे को लेकर एक बड़ी कार्रवाई देखने को मिली। पुलिस द्वारा अतिक्रमणकारियों के अवैध कब्जे को पूरी तरह से हटा दिया गया और यह दावा किया गया था कि 20 वर्षों से जो मामला सर दर्द बना हुआ था उसे निपटा दिया गया है। वही

ज्यादती की जांच कर रहे

इस बड़ी कार्रवाई के दौरान आदिवासियों के साथ पुलिस ने कहीं जादती तो नहीं की उसी की जांच करने के लिए आज नेपानगर में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा बनाया गया विधायकों का एक जांच दल पहुंचा था । उसी दौरान जागृत दलित आदिवासी संगठन के सदस्य और माधुरी बहन भी पहुंची । उसके बाद नेपानगर के स्थानीय लोग, स्थानीय नेताओं के साथ मिलकर माधुरी बहन मुर्दाबाद के नारे लगाए उसी के साथ जंगल काटने वालों के हाथ काट दिए जाएं। इसके बाद आदिवासी महिलाओं ने कहा कि हम सब माधुरी बहन है। वही पुलिस ने मामले को बिगड़ता देख हस्तक्षेप किया और मामले को शांत करवाया । इसके बाद कांग्रेस के विधायक दल ने भी सभी से बातचीत कर वस्तु स्थिति को जानने की कोशिश की। इसके बाद कांग्रेस का विधायक दल बुरहानपुर कलेक्टर कार्यालय के लिए रवाना हुआ।

वन विभाग पर आरोप

वही इस पूरे मामले पर आदिवासी जागृत दलित संगठन की माधुरी बहनें बताया कि इतने बड़े पैमाने पर जब जंगल कट गया और 1000 से अधिक वहां पर टपरिया बन गई तब तक जिला प्रशासन और वन विभाग चीर निद्रा में सोया रहा कार्रवाई नहीं की । और उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि 100 करोड़ से अधिक की लकड़ियां तस्करों ने भेज दी तब भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिन्होंने जंगल काटा और अतिक्रमण किया उन पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है वह पुलिस गिरफ्त से दूर है। जो गरीब आदिवासी है उन पर ही अत्याचार हुआ है। वही जांच करने पहुंचे विधायक दल का कहना है कि हमने यहां पहुंच कर स्थानीय लोगों और आदिवासियों से चर्चा की है । अब हम कलेक्टर और एसपी से मिलकर बात करेंगे और इसकी विस्तृत जांच रिपोर्ट कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को सौंपेंग।
 

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